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Friday, 22 February 2019

समकालीन कविता पर विचार

at February 22, 2019
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1 comment:

Bikash Roy said...

Thanks. Read Indian Politics News .

14 July 2020 at 18:08

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अनिल पाण्डेय (anilpandey650@gmail.com)
संपादक-बिम्ब-प्रतिबिम्ब, सहायक प्राध्यापक, हिन्दी-विभाग, समाज विज्ञान एवं भाषा संकाय, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, 144411, पंजाब, भारत|
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"हाय कैसे कहूँ कि हर क्षण एक बीतता हुआ क्षण है/ और जो बीत रहा है/ वह किसी अनबीते का महज़ इंतज़ार लगता है/ जिसमें सीझती हुई करुणा/ गुजरते समय की उदासी बन/ कंठ में अटक सी गई है!"

कवि एवं आचार्य श्रीप्रकाश शुक्ल

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