26 अगस्त, 2020 को बिम्ब-प्रतिबिम्ब सृजन संस्थान, फगवाड़ा, पंजाब की नींव रखी गयी| संस्थान के संस्थापक निदेशक अनिल पाण्डेय ने संस्थान की अध्यक्षता श्री दिलीप कुमार पाण्डेय को सौंपी| संस्थान के प्रथम सांगठनिक मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि यह संस्था साहित्य, संस्कृति और समाज के क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध होगी| रचनावली और बिम्ब-प्रतिबिम्ब पत्रिका का
प्रकाशन तो इस संस्था के अंतर्गत होगा ही बिम्ब-प्रतिबिम्ब प्रकाशन का कार्य भी इस संस्थान के अंतर्गत किया जाएगा| यह संस्था जरूरतमंद लोगों के लिए एक आश्रयदाता के रूप में कार्य कर सके, इसको लेकर भी कुछ निर्णय लिए गए|
यह भी सुनिश्चित हुआ कि संस्थान का एक पुस्तकालय होगा जिसमें विशेष सदस्यता के
तहत विभिन्न विषयों की पुस्तकें पढ़ी जा सकेंगी| संस्थान के निदेशक अनिल पाण्डेय का
कहना था कि “हम अपने कर्तव्यों के निर्वहन में कभी कोई कमी नहीं आनें देंगे|
विपरीत परिस्थितियों में भी इस संस्था के अंतर्गत साहित्यिक और सामाजिक क्षेत्र
में कार्य किया जाता रहेगा|” संस्थान के अध्यक्ष का कार्यभार श्री दिलीप कुमार
पाण्डेय को सौंपते हुए उन्होंने यह विश्वास जताया कि इनके नेतृत्व में यह संस्थान
अपने उद्देश्यों में सफल सिद्ध होगा|
संस्थान के अध्यक्ष श्री दिलीप कुमार पाण्डेय ने कहा कि “जो भी साहित्य प्रेमी और सामाजिक कार्यकर्ता हमारे संस्थान से जुड़कर कार्य करना चाहते हैं, उनका हर समय स्वागत है| बगैर किसी गुटबंदी और दलबंदी के यह संस्था कार्य करेगी और सबके साथ चलते हुए एक नए परिवेश के निर्माण में अपना सर्वश्रेष्ठ देगी|”
कोरोना के इस दौर में बहुत कम लोगों की उपलब्धता में यह बैठक आयोजित हुई
जिसमें संस्थान के निदेशक अनिल पाण्डेय, अध्यक्ष श्री दिलीप कुमार पाण्डेय, वित्त-सचिव
परमजीत कुमार, शहर के ख्यातनाम ग़ज़लकार मनोज फगवाडी, श्री अशोक खुराना प्रीतम
पाण्डेय उपस्थित रहे| बैठक के अंत में यह भी निर्णय लिया गया अभी बहुत कम संख्या
में ही सही कम से कम 15 दिन में एक बैठक संस्थान की होगी जिसमें नामित सदस्यों का
होना जरूरी होगा| विस्तृत पदाधिकारियों के नाम की सूची जल्द ही दी जाएगी|
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