Friday 4 July 2014

मेरे विचार मेरे सपने।

मेरे दिन

खुशियाँ मेरी

मेरे ख्वाब

सपने मेरे

जो कुछ थे

सब हो गए तेरे

क्या सोच

क्या विचार

क्या सिद्धांत

क्या व्यवहार

सब वजह

सब जगह

करता निर्भर

तेरा आधार

किया अभी तक अपने लिए

लिए हुए कितने सपने

सौप दिए तुझको सब कुछ

तू आई जीवन में मेरे

जलने लगी प्रेम के  प्रेम दिए

क्या किया

क्या सोचे हमने

सब कुछ है तेरे अपने

मेरे विचार  मेरे सपने। ......................... 

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