Thursday 19 December 2019

यहाँ मामला CAB का अब बिलकुल नहीं है

विरोध जब विरोध मात्र के लिए होता है तो आगजनी होती है, लूटपाट होता है, खून-खराबा होता है, तोड़-फोड़ होती है| यह सब हो रहा है| डकैतों को शहीद घोषित किया जा रहा है और चोरों को क्रांतिकारी| यह कैसा समय है जिसकी दुहाई सभी दे रहे हैं और इस प्रकार की टुच्ची प्रवृत्ति का समर्थन भी किया जा रहा है|

यह सीधी सी बात क्यों नहीं समझा जा रहा है कि यहाँ मामला CAB का अब बिलकुल नहीं है| नहीं रह गया है| सीधे तौर पर राजनीति खेली जा रही है| कांग्रेस का भारत बचाओ रैली किसी भी रूप में भारत के हित में नहीं थी| यह रैली थी ही भारत जलाओ के लिए| सपा, बसपा जैसे क्षेत्रीय दल भी इसी प्रकार के हिंसा के इन्तजार में थे|

शांतिपूर्ण विरोध के नाम पर उग्रवाद को जो समर्थन दिया जा रहा है क्या यही भारतीयता है? क्या यही संविधान है? क्या यही गांधीवाद है? सच तो यह है कि इन मूर्खों को न तो सम्विधान से कुछ लेना-देना है और न ही तो लोकतंत्र से| शोकतंत्र के हिमायती लोकतंत्र के नाम पर जीती-जागती बस्ती को मुर्दाघाट बनाने के लिए मचल रहे हैं|

पत्थरबाजों का काम है मात्र पत्थर बरसाना| इनसे सीधे तौर पर निपटा जाना चाहिए| निपटा भी जा रहा है| ये मासूम कतई नहीं हैं| किसी भी रूप में मजबूर और कमजोर नहीं हैं| मुस्लिम संगठन सरेआम खून बहाने की धमकियाँ दे रहे हैं| यह किसी को नहीं दिखाई दे रहा है| आगजनी कर रही हैं यह भी नहीं देख पा रहे हैं| नहीं देखेंगे क्योंकि उधार की आँख से सम्वेदना की परख करने निकले हैं ये|

भाड़े के सौदागरों से गरीब जनता त्रस्त हो रही है| परेशान हो रही है| ये दंगा-दंगा खेल रहे हैं और देश बर्बाद हो रहा है| यह तो देश नहीं था| यह देश नहीं है| ऐसा कभी नहीं था और ऐसा रहेगा भी नहीं| जो मामला बिलकुल भी हिन्दू-मुस्लिम नहीं था उसे बहुत बारीकी से हिन्दू-मुस्लिम के रंग में रंग दिया गया| वोट की राजनीति में गरीब विद्यार्थियों को बेबस मरने के लिए छोड़ दिया गया| मारे गये और मरे भी| वे ख़ुशी हैं| घर उजड़ा जिसका उनके माता-पिता से पूछो मूर्खों|

यह लगातार देखा जा रहा है कि जो गांधी और सम्विधान के हिमायती बन रहे हैं वे हर तरह से उनकी भावनाओं को जला रहे हैं| पता नहीं ये कुछ पढ़ते-लिखते भी हैं कि नहीं| सुनी-सुनाई बातों से क्रांति का नारा लगाने वाले भेड़ों से बहुत ठीक भेड़िये होते हैं कम से कम अपना तो पहचानते हैं|

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