Wednesday 4 November 2020

अर्नब गोस्वामी के साथ गलत कर रही महाराष्ट्र सरकार

 

सत्ता को सिर्फ सत्ता की दृष्टि से देखिये| दूसरे का घर जलते हुए स्वयं को सुरक्षित रखने का स्वप्न संजोने वाले कहीं गहरे अंधकार में गिरते हैं| अर्नब गोस्वामी के साथ महाराष्ट्र सरकार जो कुछ भी कर रही है गलत है| मीडिया की स्वतन्त्रता पर सीधे तौर पर हस्तक्षेप है| मीडिया समूहों को इस स्थिति का संज्ञान लेना चाहिए|

ध्यान रहे आज यह बदले की कार्यवाही है, जो सत्ता जबरन जन-माध्यमों पर थोपती है, कल उससे कोई नहीं बचेगा| आज जो
जश्न मना रहे हैं कल मीडिया समूहों की दुरगति पर जब रुदनगान करें, वह भी देखने लायक होगा| हम सही सबको गलत ठहराने की नीति बिलकुल उचित नहीं है|
कंगना के साथ जिस तरह से एक तरफा कार्यवाही हुई उसी तरह से अर्नब के साथ हो रही है| जिन्हें यह लगता है कि मीडिया की मर्यादा को सराकर बचा रही है, वे जड़ अंधे हैं| उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि यह मर्यादा बचा नहीं रही है स्वयं को बचा रही है और सुरक्षित रखने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है|
सत्ता के प्रयासों में जन अधिकार का हनन होता है| जो जन के पक्ष में बोलता है वह मारा जाता है| यह कोई नई बात नहीं है| नई बात है सत्ता के पक्ष-विपक्ष को चुनते हुए गलत कार्यों का समर्थन करना| वह हो रहा है| हम सब मूक दर्शक बन देख रहे हैं|

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